सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ की
अगुवाई वाली उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के इस कार्यकाल का अंतिम पूर्ण बजट
विधानसभा में पेश किया गया । प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने सदन में का बजट
पेश किया । यह यूपी के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा
बजट हो सकता है। इसका आकार 5.25 लाख करोड़ से 5.50 लाख करोड़ रुपये के
बीच हो सकता है। यूपी सरकार का यह
बजट युवाओं, किसानों व महिलाओं पर केंद्रित होगा। साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर के
जरिए विकास के पहिए को और रफ्तार दी जाएगी। कोरोना काल से उपजे वित्तीय संकट का
सामना कर रही सरकार के सामने ढेरों उम्मीदें पूरी करने की चुनौती है। बजट से पहले
सुबह सीएम आवास पर योगी अदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में
यूपी बजट 2021-22 को मंजूरी दी गई है।
विधानसभा में बजट पेश करते हुए वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कोविड काल
में यूपी सरकार द्वारा किया गया काम सराहनीय है और कोविड वॉरियर्स को नमन करते हुए
कहा, 'हार तब होती है जब मान
लिया जाता है, जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है....'कोरोना काल में सरकार ने एकजुट होकर कार्य
किया। पहली बार शहरी क्षेत्र के मजदूरों के लिए 10,35,000 राशन कार्ड बनाए गए। वहीं, कोरोना काल में
राजस्थान के कोटा से लगभग 12,000 छात्रों को और प्रयागराज से 14,000
छात्रों को उनके के घर पहुंचाया गया... वित्तमंत्री सुरेश खन्ना ने लोगों
से अपील करते हुए कहा की आइए हम सब मिलकर उत्तर प्रदेश को स्वस्थ, सुरक्षित एवं
आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश बनाएं। किसानों की आय को दोगुना बनाने के लिए प्रयासरत
हैं। सुरक्षित उत्तर प्रदेश- कानून का राज स्थापित करने के लिए कुख्यात अपराधी, भूमाफिया और खनन
माफियाओं पर ऐक्शन लिया गया। पुलिस बल का आधुनिकीकरण सरकार की प्राथमिकताओं में है।
मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना
की बात करते हूए कहा की 600 करोड़ रुपये का बजट आवंटित। प्रदेश में अधिक उत्पादक वाली फसलों को चिन्हित
किया जाएगा। ब्लॉक स्तर पर कृषक उत्पादन संगठनों की स्थापना की जाएगी, इसके लिए 100 करोड़ रुपये दिए
जाएंगे। किसानों को मुफ्त पानी की सुविधा के लिए 700 करोड़ रुपये दिया जाएगा। किसानों को रियायती
दाम पर लोन दिया जाएगा
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