ग्रेटर नोएडा। दनकौर के दादूपुर गांव के प्रधान और एसपी नेता हरेंद्र नागर मर्डर केस में सुंदर भाटी समेत 12 को सजा सुनाई गई। सुंदर भाटी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। 8 फरवरी 2015 को हरेंद्र नागर की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में एक आरोपी मनोज को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया है।
क्या है हरेंद्र नागर हत्या मामला?
हरेंद्र प्रधान 8 फरवरी 2015 की शाम ग्रेटर नोएडा के नियाना गांव निवासी प्रकाश भाटी की बेटी की शादी में शामिल होने गए थे। उनके साथ उनका सरकारी गनर भूदेव शर्मा और एक अन्य प्राइवेट गनर भी था। जब हरेंद्र प्रधान अपनी गाड़ी में बैठने जा रहे थे, तभी बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी थी। इस फायरिंग में हरेंद्र प्रधान की मौत हो गई थी। इस मामले में हरेंद्र के परिजनों ने 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था।
जेल में बनाई थी हत्या की साजिश
पुलिस पूछताछ में एक आरोपी ने बताया था कि दादरी थाना क्षेत्र के बील गांव निवासी कालू से उसकी गहरी दोस्ती है। हरेंद्र प्रधान ने करीब 2 साल पहले कालू के जीजा खेड़ी गांव निवासी जयचंद प्रधान की हत्या कराई थी। कालू को शक था कि हरेंद्र प्रधान ने सरिया के व्यापार को लेकर ही उसके जीजा की हत्या कराई थी। इसका बदला लेने के लिए कालू ने हिस्ट्रीशीटर बदमाश सुंदर भाटी से जेल में मुलाकात की थी। वहां सुंदर भाटी ने उसको दिल्ली निवासी जतन खत्री, दादूपुर निवासी योगेश और राजू समेत कई बदमाशों से मिलवाया था। विकास पंडित, जतन खत्री, राजू, कालू और योगेश ने ही मिलकर हरेंद्र प्रधान कर हत्या की थी।
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